अतिथि अध्यापक संघ की पूर्व प्रधान का सेवानिवृति पर सम्मान
होडल : अतिथि अध्यापक संघर्ष समिति की पूर्व प्रधान निष्ठा चौधरी की सेवानिवृति पर उनके निवास स्थान होडल पहुंच संघ के नेताओं द्वारा रजत मुकुट व प्रशस्ती-पत्र भेंट कर सम्मान किया। गौरतलब हो कि निष्ठा चौधरी ने 2014 में हरियाणा की कांग्रेस सरकार से अतिथि अध्यापकों को नियमित करने की मांग को लेकर दिल्ली जंतर-मंतर पर आमरण-अनशन किया। उक्त जानकारी देते हुए राज्य महासचिव पारस शर्मा ने बताया कि हरियाणा के 11 अतिथि अध्यापकों ने आमरण-अनशन कर हुड्डा सरकार की नीतियों का विरोध कर अनशन किया। शर्मा ने बताया कि प्रदेश के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ कि कोई मुख्यमंत्री अनशन तुड़वाने के लिए धरना स्थल पर पहुंचा और अतिथि अध्यापकों नियमित करने का आश्वासन दिया।
परन्तु वह आश्वासन पूरा नहीं किया गया। अनशन के परिणाम स्वरूप भाजपा ने अपने 2014 के चुनावी घोषणा-पत्र में अतिथि अध्यापकों को नियमित करने का वायदा कर दिया। हरियाणा में भाजपा की सरकार बनी और भाजपा सरकार का वह वायदा आज-तक अधूरा है। इस अवसर पर निष्ठा चौधरी के साथ आमरण-अनशन पर बैठे प्रीतम सिंह सौरोत, पारस शर्मा, चन्द्रहास और रघु वत्स सम्मान करने के लिए उनके निवास पर पहुंचे। इस मौके पर निष्ठा भावुक हो गई और कहा कि 18 साल नौकरी करने के बाद भी हमें खाली हाथ घर लौटना पड़ रहा है।
हम सरकार से मांग करते हैं कि सम्मान जनक पेंशन अतिथि अध्यापकों को दी जाए और जो सुविधाएं एक नियमित अध्यापक को दी जाती हैं वे सभी सुविधाएं अतिथि अध्यापकों को भी दी जाएं। निष्ठा चौधरी ने अतिथि अध्यापकों को आश्वस्त किया कि भविष्य में संघर्ष के लिए कहीं भी मेरी जरूरत पड़ती है तो मैं हर समय संगठन के साथ खड़ी हूं। अनशनकारी प्रीतम सिंह ने कहा अब सरकार को चाहिए कि उम्र के इस पड़ाव पर गैस्ट टीचर्स के साथ हो रहे अन्याय को बंद कर सभी सुविधाएं दी जाएं। जिससे सम्मान पूर्वक अतिथि अध्यापक अपना जीवन यापन कर सकें। इस अवसर पर से रघु वत्स, भागीरथ शास्त्री, सुन्दर भड़ाना, श्याम सुंदर ब्लॉक प्रधान, बृजभूषण, महावीर सिंह, विजय सिंह, निरंजन, अभय राज, दयावती, स्नेह लता, पुष्पा शर्मा, राधा, सीमा इत्यादि फरीदाबाद और पलवल से अनेकों अध्यापक उपस्थित रहे।