डीएलएफ इंडस्ट्रीज एसोसिएशन द्वारा जागरूकता लाने हेतु एक शिविर का आयोजन  

फरीदाबाद। डीएलएफ इंडस्ट्रीज एसोसिएशन द्वारा स्ट्राइव प्रोजेक्ट के अंतर्गत कार्यालय स्थल पर महिलाओं के साथ होने  वाले  पोश कानून (यौन उत्पीडन अधिनियम )के प्रति जागरूकता लाने हेतु एक शिविर का आयोजन किया। इस शिविर में क्षेत्र की महिला कर्मियो के साथ साथ नई अप्रेंटिस ने भी बढ़ चढ़ कर भाग लिया।
इस मौके पर महिला अधिवक्ता सुश्री ऋतु कपूर ने उपस्थित महिला शक्ति को पोश कानून के प्रति जागरूक करते कहा की हरियाणा सरकार  द्वारा राज्य महिला आयोग के माध्यम से महिला शक्ति को कार्यालय सुरक्षा प्रदान करने हेतु प्रयासरत है।
सुश्री कपूर ने बताया की हरियाणा राज्य महिला आयोग की चेयरपर्सन श्रीमति रेनू भाटिया  राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में  महिला शक्ति आवाज को बुलंद उठाने हेतु तत्पर है।
सुश्री कपूर ने कहा की महिला कर्मियो को कार्यालय परिसर के वातावरण के प्रति सजग रहना होगा और यदि उनके साथ किसी भी प्रकार का उत्पीड़न होता है तो इस की जानकारी प्रबंधन और नजदीक पुलिस थाने को सूचित करना चाहिए।
आपने उपस्थित महिला कर्मियो और अप्रेंटिस को बताया की प्राय यौन उत्पीडन शारीरिक एवम् मानसिक रूप से होता है,ऐसे में बिना किसी झिझक और डर से उसकी जानकारी प्रबंधन के साथ सांझा करे और यदि संतुष्ट न हो तो इसकी सूचना पुलिस को दे।
सुश्री कपूर ने बताया की पोश अधिनियम के अंतर्गत यौन उत्पीडन पर कार्यवाही केवल अधिकार महिला शक्ति को प्राप्त है।
आपने एसोसिएशन के सदस्यों को बताया की की कार्यालय परिसर में महिलाओं से संबधित शिकायतों के निपटारण हेतु एक ऐसी कमेटी का गठन करने का नियम है जिसके अंतर्गत यौन उत्पीडन के मामले पर जांच कार्यवाही और पुलिस को सूचित करने का प्रावधान है।
इस अवसर पर डीएलएफ इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के प्रधान श्री जे पी मल्होत्रा ने कहा की एसोसिएशन अपने सदस्यो और अप्रेंटिस को ट्रेनिंग और जानकारी देने हेतु प्रयासरत है।
आपने कहा की पोश  कानून अधिनियम पुरुष और महिला शक्ति में बेहतर तालमेल तथा संतुलन बनाने में सहायक है।
श्री मल्होत्रा ने बताया की पोश अधिनियम से महिला शक्ति कार्यालय परिसर में स्वयं को सुरक्षित महसूस करती है जो संस्थान और उज्ज्वल समाज के गठन हेतु आवश्यक है।
आपने बताया की महिला और पुरुष दोनों एक रथ के दो पहियों के समान जिनमें आपसी सहयोग और तालमेल ज़रूरी है।
श्री मल्होत्रा ने कहा की महिलाओं के प्रति  दृष्टिकोण में सकारात्मक बदलाव लाना होगा जो समाज,संस्कृति,सभ्यता के साथ उन्नति हेतु आवश्यक है।
आपने बताया की कोई भी देश या अर्थव्यवस्था लिंगभेद और भेदभाव के साथ मजबूत नहीं रह सकती क्योंकि समानता सभी वर्गो हेतु लाभप्रद है।
आपने आशा व्यक्त करते कहा की एसोसिएशन द्वारा स्ट्राइव प्रोजेक्ट के अंतर्गत अपने सदस्यो को पोश अधिनियम के  प्रति प्रेरित करने के जो प्रयास किए है उसके सफल परिणाम शीघ्र सामने आएंगे।
इस शिविर में एडवांस फॉर्जिंग,बेसोटो स्टार्टिंग, प्रेस्टो स्टेटेंट, एस के डाइंग गुन्नो फैशन, जे पी नित फेब,गौतम इंजीनियर के श्रमिक स्टाफ और 25 अप्रेंटिस ने भाग लिया।
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